धन उगाहना 15 सितंबर, 2024 – 1 अक्टूबर, 2024
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1
Saadat Hasan Manto ki Utkrisht Kahaniyan (Hindi Edition)
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Manto
,
Saadat Hasan
कन
मगर
तान
हंद
तरफ़
लड़क
बीवी
क़
तािहरा
दल
इसिलए
सफ़
ज़
अज़ीम
जमील
पैदा
बोतल
भटसावे
संह
ख़ाली
क़ािसम
ताज़
जमीला
लू
पागल
अता
टर
बे
आंख
यादा
रोज़
फ़
इं
आवाज़
औरत
चुनांचे
मां
मुसलमान
मुि
याल
ख़द
राम
थू
मोह
दमाग़
वािहश
सलमा
जाये
तौर
नज़र
साल:
2017
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hindi
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hindi, 2017
2
नग़्मा-ए-बुलबुल
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
पे
नज़र
सफ़र
गर
ख़ुदा
रू
वक़्त
हमको
उम्मीद
गिला
दर्द
दुआ
मिले
ज़िन्दगी
फ़ुर्सत
ख़्वाब
फ़िक्र
ख़बर
किसलिए
हाल
दरिया
सू
ख़याल
ग़म
दीवाना
रखते
छोड़ें
पुर
मगर
आहिस्ता
करी
देखे
नासेह
बा
रिंद
शब
शोख़
ख़फ़ा
बज़्म
आब
ख़ुद
ख़ैर
दर
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रोज़
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3
नग़्मा-ए-बुलबुल
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
पे
नज़र
कू
सफ़र
गर
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रू
वक़्त
फ़ु
हमको
उम्मीद
गिला
दर्द
दुआ
मिले
ज़िन्दगी
र्सत
ख़्वाब
फ़िक्र
ख़बर
किसलिए
रं
हाल
दरिया
बा
सू
ख़याल
ग़म
दीवाना
रिं
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छोड़ें
पुर
मगर
आहिस्ता
करी
देखे
नासेह
शब
शोख़
ख़फ़ा
दर
बज़्म
आब
ख़ुद
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4
नग़्मा-ए-बुलबुल
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
पे
नज़र
सफ़र
गर
रू
वक़्त
ख़ुदा
ऐ
हमको
उम्मीद
गिला
दर्द
दुआ
मिले
ज़िन्दगी
फ़ुर्सत
फ़िक्र
ख़्वाब
ख़बर
किसलिए
दरिया
सू
हाल
ख़याल
ग़म
दीवाना
रखते
छोड़ें
पुर
मगर
करी
देखे
नासेह
बा
रिंद
शब
ख़फ़ा
बज़्म
आब
आहिस्ता
ख़ुद
ख़ैर
दर
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5
नग़्मा-ए-बुलबुल
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
पे
नज़र
सफ़र
गर
वक़्त
ख़ुदा
रू
हमको
गिला
मिले
उम्मीद
दर्द
दुआ
फ़ुर्सत
ख़्वाब
ज़िन्दगी
फ़िक्र
हाल
किसलिए
ख़बर
दरिया
ख़याल
ग़म
दीवाना
सू
रखते
करी
छोड़ें
देखे
पुर
बा
मगर
रिंद
आब
आहिस्ता
नासेह
शब
शोख़
ख़फ़ा
बज़्म
रोज़
आरज़ू
ख़ुद
ख़ैर
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6
नग़्मा-ए-बुलबुल
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
पे
नज़र
सफ़र
गर
वक़्त
ख़ुदा
रू
हमको
गिला
मिले
उम्मीद
दर्द
दुआ
फ़ुर्सत
ख़्वाब
ज़िन्दगी
फ़िक्र
हाल
किसलिए
ख़बर
दरिया
ख़याल
ग़म
सू
दीवाना
रखते
करी
छोड़ें
देखे
पुर
बा
मगर
रिंद
आब
आहिस्ता
नासेह
शब
शोख़
ख़फ़ा
बज़्म
रोज़
आरज़ू
ख़ुद
ख़ैर
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7
नग़्मा-ए-बुलबुल
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
पे
नज़र
सफ़र
गर
ख़ुदा
रू
वक़्त
हमको
उम्मीद
गिला
दर्द
दुआ
मिले
ज़िन्दगी
फ़ुर्सत
ख़्वाब
फ़िक्र
ख़बर
किसलिए
हाल
दरिया
सू
ख़याल
ग़म
दीवाना
रखते
छोड़ें
पुर
मगर
आहिस्ता
करी
देखे
नासेह
बा
रिंद
शब
शोख़
ख़फ़ा
बज़्म
आब
ख़ुद
ख़ैर
दर
दीवाने
रोज़
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8
नग़्मा-ए-बुलबुल
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
पे
नज़र
सफ़र
गर
ख़ुदा
रू
वक़्त
हमको
उम्मीद
गिला
दर्द
दुआ
मिले
ज़िन्दगी
फ़ुर्सत
ख़्वाब
फ़िक्र
ख़बर
किसलिए
हाल
दरिया
सू
ख़याल
ग़म
दीवाना
रखते
छोड़ें
पुर
मगर
आहिस्ता
करी
देखे
नासेह
बा
रिंद
शब
शोख़
ख़फ़ा
बज़्म
आब
ख़ुद
ख़ैर
दर
दीवाने
रोज़
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2022
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hindi, 2022
9
नग़्मा-ए-बुलबुल
Dr K V V S Gautam
Dr. K V V S Gautam
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
नज़र
पे
सफ़र
ख़ुदा
गर
वक़्त
रू
हमको
ज़िन्दगी
गिला
फ़िक्र
फ़ुर्सत
मिले
दर्द
उम्मीद
ख़्वाब
दुआ
ख़बर
ख़याल
दरिया
छोड़ें
आहिस्ता
रखते
सू
हाल
किसलिए
देखे
बज़्म
करी
ग़म
मगर
रिंद
ख़ैर
दीवाना
पुर
शोख़
दर
बा
शब
ख़ुद
नासेह
साफ़
होंगे
आँखों
आब
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2022
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hindi, 2022
10
collection of Ghazals
Auto-edition
Dr. Kunwar Virendra Vikram Singh Gautam
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
नज़र
पे
सफ़र
ठ
ख़ुदा
गर
वक़्त
रू
हमको
गिला
ज़िन्दगी
फ़िक्र
फ़ुर्सत
मिले
दर्द
उम्मीद
ख़्वाब
दुआ
ख़बर
ख़याल
दरिया
छोड़ें
आहिस्ता
रखते
सू
हाल
किसलिए
बज़्म
करी
ग़म
देखे
मगर
रिंद
पुर
शोख़
ख़ैर
दर
दीवाना
बा
शब
ख़ुद
साफ़
होंगे
आँखों
आब
साल:
2022
भाषा:
hindi
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hindi, 2022
11
नग़्मा-ए-बुलबुल
Dr K V V S Gautam
Dr K V V S GAUTAM
ओ
गौतम
बे
दिल
इश्क़
नज़र
पे
सफ़र
ख़ुदा
गर
वक़्त
रू
हमको
गिला
ज़िन्दगी
फ़िक्र
फ़ुर्सत
मिले
दर्द
उम्मीद
ख़्वाब
दुआ
ख़बर
ख़याल
दरिया
छोड़ें
आहिस्ता
रखते
सू
हाल
किसलिए
बज़्म
करी
ग़म
देखे
मगर
रिंद
पुर
शोख़
ख़ैर
दर
दीवाना
बा
शब
ख़ुद
साफ़
होंगे
आँखों
आब
कूचा
साल:
2022
भाषा:
hindi
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hindi, 2022
12
जिंदादिल: Jindadil (Marathi Edition)
Book Hungama (Srujan Dreams Pvt. Ltd.)
Patankar
,
Bhausaheb & Patankar
,
Bhausaheb [Patankar
,
Bhausaheb]
आम्हा
मराठी
पाहिले
शायरी
इष्कात
वाटे
सौंदर्य
आसवे
दोस्त
सांगू
साऱ्या
हाय
उर्दू
सांगतो
नुसता
मजला
मज
मानतो
मीही
मानू
इष्क
नुसतेच
समजला
अपुल्या
कुणा
पाहिला
सारेच
केव्हाच
जाणतो
थोडा
पाहतो
बघितले
भगवन
मृत्यो
हवे
हेही
आम्हास
एकही
कळले
जसा
तेही
म्हणू
समजू
स्वप्न
स्वप्नात
आम्हीही
आहो
इतुके
इतुकेच
काव्यात
साल:
2018
भाषा:
marathi
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marathi, 2018
13
वाळवंट (Valvant): काव्यसंग्रह (Collection of Poems)
झाडीबोली साहित्य मंडळ, साकोली (जि. भंडारा, महाराष्ट्र)
दिवाकर मोरस्कर (कौसल्यासूत) (Diwakar Moraskar) (Kausalyasut)
२
३
तव
४
५
६
तया
गडयारे
समाजा
जगी
भरारी
७
८
कुणा
साहित्य
करी
खेळ
मज
काव्यसंग्रह
क्षण
मामा
रंग
शेतकरी
९
अता
कां
खेडूत
परी
मजला
वदती
शहरी
करुनी
कळेना
कवी
कृषका
घेई
जीवनाला
तुझा
तुझ्ऱ्या
देशील
नाय
बा
भंडारा
मीळे
वदे
होई
१०
क्षणी
गडया
गुलाबी
साल:
2022
भाषा:
marathi
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5.0
marathi, 2022
14
Saraay maula
Anybook
Moeen Nizami
ख़ुदा
पे
दिल
अबुलहसन
हक़
इक
बुलहसन
अहले
ख़ुद
शख़्स
मिरे
मुझको
मगर
ज़मीं
दुनिया
इश्क़
नज़र
हस्ती
इल्म
जन्नत
मिरी
रस्ता
आग
नूर
उरूज
क़यामत
मंज़िल
रोज़
अल्लाह
आशिक़
इलाही
सफ़र
समुंदर
अमल
उम्र
ओ
जिसकी
तआला
तमाम
बाक़ी
बातिन
मुझ
रंजो
शैख़
होंगे
अक्सर
तरफ़
तिरी
तेरी
नैया
साल:
2021
भाषा:
hindi
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hindi, 2021
1
इस लिंक
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